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सड़क पर चलती गाड़ियों को जब आप देखते हैं तो आपके मन मे बहुत सारे छात्र छात्राओं के मन में बहुत सारे प्रश्न आते होंगे की यह बनाता कौन है, गाड़ियों के छोटे-छोटे पार्ट्स कैसे बनते हैं तो जी हां, इन सभी पार्ट्स को या बड़ी-बड़ी गाड़ियों को एक मैकेनिकल इंजीनियर तैयार करते हैं
वैसे तो भारत में ऐसे बहुत सारे कोर्सेज हैं जिसके माध्यम से हर साल लाखों छात्र इंजीनियर बनते हैं और अपना सपना साकार करते हैं इंजीनियरिंग में बहुत सारे फील्ड होते हैं जैसे मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग इत्यादि अब अगर आप एक ऐसे छात्र हैं जो आगे चलकर मैकेनिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आप इस पोस्ट को ध्यान से जरूर पढ़ें
महत्वपूर्ण Headings
मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने
देखिए हमारे यहां मैकेनिकल इंजीनियर दो प्रकार के होते हैं जिसके बारे में नीचे बताया गया है
- जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर
- सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर
जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने
सबसे पहले अगर हम बात करें जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर बनने की तो इसके लिए आपको एक बहुत ही पॉपुलर कोर्स करना पड़ेगा जिसका नाम है “पॉलिटेक्निक कोर्स” ये एक पॉपुलर डिप्लोमा कोर्स है जिसे आप दसवीं बाद कर सकते हैं सबसे अच्छी बात तो यह है कि दसवीं बाद यह कोर्स मात्र 3 साल का होता है अर्थात दसवीं बाद आप मात्र 3 साल की पढ़ाई करके जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर बन सकते हैं
पॉलिटेक्निक कोर्स राज्य स्तर पर कराया जाता है जैसे यूपी पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा, बिहार पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा, इत्यादि। प्रत्येक राज्य पॉलिटेक्निक के लिए हर साल नवंबर दिसंबर मंथ में अपना एप्लीकेशन फॉर्म जारी करता है और लाखों की संख्या में बच्चे उस फॉर्म को भरते हैं फॉर्म भरने के कुछ ही दिन बाद प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है और उस प्रवेश परीक्षा में सभी छात्र छात्राएं अपनी योग्यता का प्रदर्शन करते हैं और अगर उस प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करते हैं तो उनका एडमिशन किसी अच्छे सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में होता है और एडमिशन के बाद 3 साल की पढ़ाई करके आप जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर बन सकते हैं
सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने
अगर आप सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपको एक पॉपुलर कोर्स करना पड़ेगा जिसका नाम है “बी टेक कोर्स” यह एक ऐसा कोर्स है जिसे आप 12वीं बाद या पॉलिटेक्निक कंप्लीट करने के बाद कर सकते हैं 12वीं बाद यह कोर्स पूरे 4 साल का होता है और पॉलिटेक्निक बाद यह कोर्स 3 साल का होता है अर्थात 12वीं के बाद मात्र 4 साल की पढ़ाई करके आप सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर बन सकते हैं और पॉलिटेक्निक कंप्लीट करने के बाद आप मात्र 3 साल में बीटेक कोर्स कर सकते हैं क्योंकि पॉलिटेक्निक के बाद आपको बीटेक के डायरेक्ट सेकंड ईयर में एडमिशन मिल जाता है और इस प्रकार आप सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर बन सकते हैं
मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए योग्यता
जैसा कि ऊपर मैंने आपको बताया किस मैकेनिकल इंजीनियर दो प्रकार के होते हैं एक तो जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर और एक सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर दोनों के लिए योग्यताएं अलग-अलग होती हैं
जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर की योग्यता
S.N | योग्यता ( Qualification ) |
---|---|
1 | कैंडिडेट 10 वीं पास होना चाहिए |
2 | कैंडिडेट की उम्र कम से कम 14 साल होनी चाहिए |
सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर की योग्यता
S.N | योग्यता ( Qualification ) |
---|---|
1 | कैंडिडेट 12 वीं पास होना चाहिए |
2 | कैंडिडेट पॉलिटेक्निक कोर्स कंप्लीट किया हुआ होना चाहिए |
मैकेनिकल इंजीनियर का काम क्या होता है
एक मैकेनिकल इंजीनियर मशीन के मैकेनिकल सिस्टम को बनाने और उसकी रेख देख का कार्य करना होता है। मैकेनिकल इंजीनियर सामान्य तौर पर अलग-अलग तरह के मशीनों के डिजाइनिंग, प्रोडक्शन और प्रणाली के बारे में अच्छी जानकारी रखते है और उससे संबंधित कार्य करते हैं
मैकेनिकल इंजीनियरिंग का स्कोप
पुराने जमाने में लोग एक जगह से दूसरी जगह या तो पैदल चाहते थे या फिर बैलगाड़ी या घोड़े गाड़ी की मदद से जाते हैं लेकिन अब जमाना बदल चुका है क्योंकि अब लगभग हर घर में आपको या तो मोटरसाइकिल या कार दिख जाएगी और इन सभी व्हीकल्स की मदद से एक जगह से दूसरी जगह जाना बहुत ज्यादा आसान हो चुका है। और इन सभी व्हीकल्स का निर्माण एक मैकेनिकल इंजीनियर करता है और आने वाले दिनों में इन सभी व्हीकल्स का क्रेज काफी ज्यादा बढ़ने वाला है जिससे मैकेनिकल इंजीनियर की डिमांड काफी ज्यादा बढ़ेगी
- रेलवे इंजन या रेलवे के डब्बे, रेलवे के बहुत सारे पार्ट्स को बनाने में मेकेनिकल इंजीनियर की ज्यादा आवश्यकता होती है और भारतीय रेलवे भारत में सबसे ज्यादा नौकरी देने वाला संस्था है और यह बहुत बड़ी संस्था है ऐसे में भारतीय रेलवे में ही सिर्फ मैकेनिकल इंजीनियर की डिमांड काफी ज्यादा बढ़ने वाली है
- मेट्रो स्टेशन तथा मेट्रो के पार्ट्स तथा अलग-अलग प्रकार की व्हीकल्स को बनाने में मैकेनिकल इंजीनियर कि काफी ज्यादा डिमांड होने वाली है
मैकेनिकल की टॉप 30 कंपनियां
S.N | Companies |
---|---|
1 | 1) Tata group |
2 | 2) HPCL |
3 | Kirloskar |
4 | Ashok Leyland |
5 | Thermax |
6 | BHEL (Bharat Heavy Electricals Limited) |
7 | Larsen & turbro |
8 | Godrej Group |
9 | NHPC (National Hydroelectric Power Corporation) |
10 | General Motors |
11 | Thyssen Krupp |
12 | Siemens |
13 | Hyundai Group |
14 | HPCL (Hindustan Petroleum Corporation Limited) |
15 | DRDO (Defense Research & Development Organization) |
16 | IOCL (Indian Oil Corporation Limited) |
17 | GAIL (Gas Authority of India Limited) |
18 | COAL India |
19 | ONGC (Oil & Natural Gas Corporation) |
20 | SCI (Shipping Corporation of India) |
21 | ISRO (Indian Space Research Organization) |
22 | Suzlon |
23 | Maruti Suzuki India Ltd. |
24 | Reliance Group |
25 | Bajaj Automobiles |
26 | Mercedes Benz |
27 | Mahindra Group |
28 | Toyota |
30 | Royal Enfield |
मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स की फीस
जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर
अगर आप जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर के बारे में बात करें तो जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए आपको पॉलिटेक्निक कोर्स करना होगा पॉलिटेक्निक में अलग-अलग कॉलेजों की फीस अलग-अलग होती है लेकिन अगर हम औसतन फीस की बात करें तो अच्छे गवर्नमेंट कॉलेज के 1 साल की फीस लगभग 12 से ₹15000 के आसपास होती है और सबसे अच्छी बात तो यह है कि जितनी फीस आपकी लगती है उससे 1000- ₹2000 ज्यादा ही आपकी छात्रवृत्ति आ जाती है
सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर
सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए आपको बी टेक कोर्स करना पड़ता है और बी टेक कोर्स की भी फीस अलग-अलग कॉलेजों में अलग-अलग होती है अगर आप प्राइवेट कॉलेज से बीटेक कोर्स करते हैं तो उसकी फीस अलग होती है और गवर्नमेंट कॉलेज से बीटेक कोर्स करते हैं तो उसकी फीस अलग होती है यहां पर हम गवर्नमेंट कॉलेज के बारे में बात करेंगे एक अच्छे गवर्नमेंट कॉलेज से बीटेक कोर्स करने में एक साल की फीस लगभग 50000 से ₹100000 के आसपास होती है और यह फीस कॉलेज के ऊपर निर्भर करती है क्योंकि अलग-अलग कॉलेजों में फीस अलग-अलग होती है
मैकेनिकल इंजीनियर्स की सैलरी
जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर
अगर आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच से पॉलिटेक्निक कोर्स कर रहे हैं तो कोर्स कंप्लीट करने के बाद आपकी सैलरी अलग-अलग बातों पर निर्भर करती है जैसे आप किस साइट पर काम कर रहे हैं आपका वर्किंग एक्सपीरियंस कितना है यह सब बातों पर आपकी सैलरी निर्भर करती है लेकिन फिर भी अगर हम शुरुआत में एक जूनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की औसतन सैलरी के बारे में बात करें तो वह 10000 से 15000 के बीच होती है
सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर
अगर आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच से बीटेक कोर्स कर रहे हैं तो आपकी सैलरी भी निम्न बातों पर निर्भर करती है कि आपका वर्किंग एक्सपीरियंस कितना है आपका काम किस साइट पर लगा है लेकिन फिर भी अगर हम एक मैकेनिकल इंजीनियर की शुरुआती सैलरी के बारे में बात करें एक सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर की शुरुआती औसतन सैलरी 20 से 25000 के आसपास होती है और जैसे-जैसे मैकेनिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आपका अनुभव बढ़ता जाता है आपकी सैलरी भी वैसे वैसे बढ़ती जाती है
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